
नई दिल्ली: भारतीय सेना ने अपने कर्मचारियों के लिए ऑपरेशन सिंदूर पर एक किताब रिलीज की है। इस किताब में भारतीय सेना के ऑपरेशन रूम को दिखाया गया है। इसी ऑपरेशन रूम से सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह सहित शीर्ष सैन्य अधिकारियों के द्वारा ऑपरेशन की निगरानी की जा रही थी। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान न केवल हवाई हमलों से पाकिस्तान में आतंकी अड्डों को तबाह किया था, बल्कि जमीनी मोर्चे पर भी उसे बुरी तरह धूल चटाई गई थी। बीएसएफ ने इसको लेकर मंगलवार को प्रेस कान्फ्रेंस कर खुलासा किया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकी लॉन्च पैड पर बीएसएफ की कार्रवाई पर आरएस पुरा सेक्टर के बीएसएफ डीआईजी चित्तर पाल ने बताया कि 9 मई को पाकिस्तान ने हमारी कई चौकियों को निशाना बनाया। सबसे पहले उन्होंने फ्लैट ट्रैजेक्टरी हथियार और मोर्टार से हमारी चौकियों को निशाना बनाना शुरू किया। उन्होंने हमारे एक गांव अब्दुलियान को भी निशाना बनाया। हमारे बीएसएफ जवानों ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया। जब उन्होंने फायरिंग कम की तो उन्होंने ड्रोन गतिविधियां बढ़ा दीं। जवाब में बीएसएफ ने पाकिस्तानी आतंकी लॉन्च पैड मस्तपुर को निशाना बनाकर नष्ट कर दिया। बीएसएफ डीआईजी जम्मू शशांक आनंद ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बीएसएफ की महिला कर्मियों ने अग्रिम ड्यूटी चौकियों पर लड़ाई लड़ी। हमारी बहादुर महिला कर्मियों, सहायक कमांडेंट नेहा भंडारी ने एक अग्रिम चौकी की कमान संभाली, कांस्टेबल मंजीत कौर, कांस्टेबल मलकीत कौर, कांस्टेबल ज्योति, कांस्टेबल सम्पा और कांस्टेबल स्वप्ना और अन्य ने इस ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ अग्रिम चौकियों पर लड़ाई लड़ी। पाकिस्तान द्वारा बीएसएफ चौकियों पर ड्रोन हमले और गोलाबारी में हमने बीएसएफ के सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज, कास्टेबल दीपक कुमार और भारतीय सेना के नायक सुनील कुमार को खो दिया। हम अपने दो पोस्ट का नाम अपने खोए हुए कर्मियों के नाम पर रखने का प्रस्ताव रखते हैं और एक पोस्ट का नाम ‘सिंदूर रखने का प्रस्ताव रखते हैं।