महालक्ष्मी डिग्री कॉलेज में मनाया गया, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस।

संवाददाता शीतल रानी

मवाना : महालक्ष्मी डिग्री कॉलेज में शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर एक विशेष योग एवं ध्यान सत्र का आयोजन बड़े उल्लास और आध्यात्मिक वातावरण में संपन्न हुआ। जिसका सन्देश “योग- स्वस्थ जीवन का आधार” रहा। इस सत्र के माध्यम से शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक संतुलन एवं आत्मिक जागरूकता के लिए प्रेरित किया गया। मुख्य अतिथि कॉलेज चेयरमैन डॉ० प्रवीण मित्तल, विशिष्ट कॉलेज निदेशक डॉ० मोहित यादव रहे।

योगाचार्य विक्रम सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि कॉलेज चेयरमैन डॉ० प्रवीण मित्तल, विशिष्ट कॉलेज निदेशक डॉ० मोहित यादव, कॉलेज रजिस्ट्रार संदीप कुमार और डिप्टी रजिस्ट्रार पवन शर्मा सहित समस्त कॉलेज स्टाफ को योग के विविध आसनों जैसे – वज्रासन, त्रिकोणासन, ताड़ासन, सूर्य नमस्कार, भ्रामरी प्राणायाम, कपालभाति आदि का अभ्यास कराया। उन्होंने प्रत्येक आसन के वैज्ञानिक लाभ, चिकित्सीय प्रभाव एवं दैनिक जीवन में उसके महत्व को सरल भाषा में समझाया।

योगाचार्य जी ने विशेष रूप से कहा: “योग शरीर को नहीं, जीवन को साधता है। यह केवल व्यायाम नहीं, बल्कि आत्मा की यात्रा है, जो व्यक्ति को भीतर से सशक्त बनाती है।”इस अवसर पर बोलते हुए कॉलेज चेयरमैन डॉ० प्रवीण मित्तल ने कहा कि, “योग केवल शरीर की कसरत नहीं है, यह मन, विचार और आत्मा को एक सूत्र में बाँधने की कला है। आज के युवा वर्ग को चाहिए कि वे डिजिटल युग की व्यस्तता से बाहर निकलकर आत्म-चिंतन और संतुलन की ओर बढ़ें। योग को यदि जीवनशैली में शामिल कर लिया जाए, तो व्यक्ति न केवल रोगों से मुक्त रहता है, बल्कि वह मानसिक शांति और सफलता की ओर भी अग्रसर होता है।

कॉलेज निदेशक डॉ० मोहित यादव ने कहा कि, “आज का दिन हमें हमारी भारतीय परंपराओं और वैज्ञानिक सोच की शक्ति का बोध कराता है। योग, जो हजारों वर्षों पुरानी विद्या है, आज पूरी दुनिया द्वारा अपनाई जा रही है। यह भारत की सांस्कृतिक शक्ति का प्रतीक है। विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य और एकाग्रता को बढ़ाने के लिए योग एक अमूल्य औजार है। कॉलेज रजिस्ट्रार संदीप कुमार और डिप्टी रजिस्ट्रार पवन शर्मा ने सभी उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि, “योग हमें संयम सिखाता है – यह हमारे विचारों, भावनाओं और व्यवहार को संतुलित करता है। आज की तेज़ रफ्तार जीवनशैली में जहाँ तनाव, अवसाद और थकान आम समस्याएं बन चुकी हैं, वहां योग एक प्राकृतिक समाधान है।

कॉलेज के समस्त शिक्षकगण, शिक्षणेत्तर कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं पूरे उत्साह के साथ इस कार्यक्रम में शामिल हुए। सभी ने मिलकर यह संकल्प लिया कि वे रोजाना कम-से-कम 30 मिनट योगाभ्यास को अपने जीवन का हिस्सा बनाएंगे।

By jourpraveenkumar@gmail.com

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